ये नज़्म उन सभी लोगों के बारे में है, जिन्हें वो जगह, वो तवज्जो हासिल नहीं है, जिसके कि वो क़ाबिल ह... ये नज़्म उन सभी लोगों के बारे में है, जिन्हें वो जगह, वो तवज्जो हासिल नहीं है, ...
कभी हाथी के समान सीधी चाल ... तो ऊँट सी टेढ़ी चाल चलते हैं कभी कभी हाथी के समान सीधी चाल ... तो ऊँट सी टेढ़ी चाल चलते हैं कभी
मैंने मेरी ये नज़्म तक़सीम इंसान से इंसान के बँटवारे को देख कर लिखी है। मुझे हमेशा ही इस बँटवारे ने ... मैंने मेरी ये नज़्म तक़सीम इंसान से इंसान के बँटवारे को देख कर लिखी है। मुझे हमे...
थोड़ी तवज्जो तू हमें देना, थोड़ी तवज्जो तू हमसे ले लेना। थोड़ी तवज्जो तू हमें देना, थोड़ी तवज्जो तू हमसे ले लेना।
हैरत नही, अछूूूत सा जहान के इस भीङ में वह अकेला हुुआ! हैरत नही, अछूूूत सा जहान के इस भीङ में वह अकेला हुुआ!
तूने जो किया नज़रें कैसे तुझसे मिलाऊँ तू कोई इंसान थोड़ी है। तूने जो किया नज़रें कैसे तुझसे मिलाऊँ तू कोई इंसान थोड़ी है।